संसार के भ्रम में, कभी-कभी हमें ऐसे क्षण मिलते हैं जो हमें परमानंद से भर देते हैं। “Teri Mand Mand Muskaniya Pe Lyrics” ऐसे ही एक दिव्य क्षण का वर्णन है, जहां भक्त नटखट नंदलाल की चितवन में विलीन हो जाता है। यह भजन सिखाता है कि भक्ति में गहनता है, औपचारिकता नहीं। “Teri Mand Mand Muskaniya Pe Lyrics” की हर पंक्ति में समाया है वो निष्काम प्रेम, जो केवल अनुभव किया जा सकता है।
तेरी मंद मंद मुस्कनिया पे बलिहार – भजन लिरिक्स
तेरी मंद मंद मुस्कनिया पे, बलिहार प्यारे जू,
तेरी मंद मंद मुस्कनिया पे, बलिहार प्यारे जू,
तेरी मंद मंद मुस्कनिया पे …
तेरे बाल बड़े घुंगराले, बादल जो कारे कारे॥
तेरी मोर मुकट लटकनिया पे बलिहार प्यारे जू,
तेरी मंद मंद मुस्कनिया पे …
तेरी चाल अजब मतवाली लगती है प्यारी प्यारी॥
तेरी पायल की झंकार पे बलिहार प्यारे जू,
तेरी मंद मंद मुस्कनिया पे …
तेरे संग में राधा प्यारी लगती है सबसे नियारी॥
इस युगल छवि पे मे जाऊ बलिहार प्यारे जू,
तेरी मंद मंद मुस्कनिया पे …
तेरे नयन बड़े मतवारे मटके है कारे कारे॥
तेरी तिरछी सी चितवनिया पे बलिहार प्यारे जू,
तेरी मंद मंद मुस्कनिया पे ….
Teri Mand Mand Muskaniya Pe Bhajan Video
इस भजन की यात्रा के अंत में, हम पाते हैं कि “Teri Mand Mand Muskaniya Pe Lyrics” ने हमारे भीतर एक नई चेतना जगा दी है। अब हम प्रकृति में, लोगों में, हर जगह उस गिरधारी की मुस्कान देख पाते हैं। यह भजन हमें सिखाता है कि सच्ची भक्ति वह है, जहां हम अपने प्रियतम कृष्ण को हर कण में देख सकें।
Also read: Sathi Hamara Kaun Banega Lyrics