जीवन की भागदौड़ में, कभी-कभी ऐसे पल आते हैं जब हमारा मन किसी अलौकिक शक्ति की ओर खिंचता है। Meri Lagi Shyam Sang Preet Lyrics ऐसे ही एक क्षण का वर्णन है, जब भक्त का हृदय श्रीकृष्ण के प्रेम में डूब जाता है। यह भजन बताता है कि कैसे एक बार श्याम से लगी प्रीत, जन्म-जन्मांतर तक साथ निभती है। Meri Lagi Shyam Sang Preet Lyrics की हर पंक्ति में झलकता है वो निश्छल प्यार, जो भौतिक जगत की सीमाओं से परे है।
Meri Lagi Shyam Sang Preet Lyrics / मेरी लगी श्याम संग प्रीत ये दुनिया क्या जाने लिरिक्स
मेरी लगी श्याम संग प्रीत भजन लिरिक्स
मेरी लगी श्याम संग प्रीत ये दुनिया क्या जानेमेरी लगी श्याम संग प्रीत ये दुनिया क्या जानेक्या जाने कोई क्या जानेक्या जाने कोई क्या जानेक्या जाने कोई क्या जानेक्या जाने कोई क्या जानेमुझे मिल गया मन का मीत ये दुनिया क्या जानेमुझे मिल गया मन का मीत ये दुनिया क्या जानेमेरी लगी श्याम संग प्रीत ये दुनिया क्या जानेमेरी लगी श्याम संग प्रीत ये दुनिया क्या जाने
छवि लगी मन श्याम की जब सेभई बावरी मैं तो तब सेबाँधी प्रेम की डोर मोहन सेनाता तोड़ा मैंने जग सेये कैसी पागल प्रीत ये दुनिया क्या जानेमेरी लगी श्याम संग प्रीत ये दुनिया क्या जाने
मोहन की सुन्दर सूरतियामन में बस गयी मोहनी मूरतियालोग कहे मैं भई बावरियाजब से ओढ़ी शाम चुनरियामैंने छोड़ी जग की रीत ये दुनिया क्या जानेमेरी लगी श्याम संग प्रीत ये दुनिया क्या जाने
हर दम अब तो रहूँ मस्तानीलोक लाज दीनी बिसरानीरूप राशि अंग अंग समानीहेरत हेरत रहूँ दीवानीमैं तो गाऊँ ख़ुशी के गीत ये दुनिया क्या जानेमेरी लगी श्याम संग प्रीत ये दुनिया क्या जाने
वह ओर की आशा करे ना करेजिसे आश्रय श्री हरि नाम का हैउसे स्वर्ग से मित्र प्रयोजन क्यानित वासी जो गोकुल धाम का हैबस सार्थक जन्म उसी का यहाँहरे कृषन जो चाह कर श्याम का हैबिना कृषण के दृशन के जग मेयह जीवन ही किस काम का हैयह जीवन ही किस काम का है
मेरी लगी श्याम संग प्रीत ये दुनिया क्या जाने लिरिक्स Video
इस भजन के साथ हमारी यात्रा यहां समाप्त नहीं होती, बल्कि एक नई शुरुआत होती है। Meri Lagi Shyam Sang Preet Lyrics हमें प्रेरित करता है कि हम भी अपने जीवन में ऐसी प्रीत लगाएं, जो हमें पूर्णता की ओर ले जाए। यह भजन हमारे हृदय में श्रीकृष्ण के प्रति अटूट श्रद्धा और समर्पण का बीज बोता है।