भारत की पवित्र भूमि पर कई महान संतों और भक्तों ने अपने भावपूर्ण भजनों के माध्यम से भगवान श्री राम की महिमा का गुणगान किया है। इनमें से एक अत्यंत प्रसिद्ध भजन है “दुनिया चले न श्री राम के बिना”। यह भजन हमें यह सिखाता है कि भगवान श्री राम के बिना यह दुनिया निरर्थक है। इस पोस्ट में, हम इस भजन के महत्व, इसके लिरिक्स, और श्री राम भजनों की आध्यात्मिक महत्ता पर चर्चा करेंगे।
दुनिया चले न श्री राम के बिना लिरिक्स
दुनिया चले ना श्री राम के बिना
दुनिया चले ना श्री राम के बिना,
राम जी चले ना हनुमान के बिना ।
जब से रामायण पढ़ ली है, एक बात मैंने समझ ली है,
रावण मरे ना श्री राम के बिना, लंका जले ना हनुमान के बिना ॥
लक्ष्मण का बचना मुश्किल था, कौन बूटी लाने के काबिल था,
लक्ष्मण बचे ना श्री राम के बिना, बूटी मिले ना हनुमान के बिना ॥
सीता हरण की कहानी सुनो, बनवारी मेरी जुबानी सुनो,
वापिस मिले ना श्री राम के बिना, पता चले ना हनुमान के बिना ॥
बैठे सिंघासन पे श्री राम जी, चरणों में बैठे हैं हनुमान जी,
मुक्ति मिले ना श्री राम के बिना, भक्ति मिले ना हनुमान के बिना ॥
निष्कर्ष
श्री राम के भजन और उनकी लिरिक्स हमारी आत्मा को शांति और सुख प्रदान करते हैं। “दुनिया चले न श्री राम के बिना” भजन हमें यह सिखाता है कि हमारे जीवन का सच्चा उद्देश्य भगवान श्री राम की भक्ति में ही है। श्री राम जी के भजन लिखित में होना एक अमूल्य धरोहर है, जो हमें हमारे सांस्कृतिक और आध्यात्मिक धरोहर से जोड़े रखती है। आइए, हम सब मिलकर भगवान श्री राम के इन भजनों का गुणगान करें और उनके चरणों में अपनी भक्ति अर्पित करें।
दुनिया चले न श्री राम के बिना, यह भजन हमेशा हमारे हृदय में भगवान श्री राम की स्मृति को जीवंत रखेगा और हमें उनकी भक्ति में रमने का अवसर देगा।