क्या आपने कभी सोचा है कि भगवान आपसे कैसे मिलेंगे? Pata Nahi Kis Roop Me Aakar Narayan Mil Jayega Lyrics इसी प्रश्न पर आधारित एक गहन चिंतन है। यह भजन बताता है कि ईश्वर के दर्शन के लिए खुली आंखें और खुला दिल चाहिए। वे कभी राह में मिले एक वृद्ध के रूप में, तो कभी एक नन्हे बच्चे की मुस्कान में छिपे हो सकते हैं। Pata Nahi Kis Roop Me Aakar Narayan Mil Jayega Lyrics हमें हर पल, हर व्यक्ति में भगवान को देखने की प्रेरणा देता है।
Pata Nahi Kis Roop Me Aakar Narayan Mil Jayega Lyrics / पता नहीं किस रूप में आकर नारायण मिल जाएगा लिरिक्स
पता नहीं किस रूप में आकर नारायण मिल जाएगा भजन लिरिक्स
राम, सियाराम, सियाराम, सियाराम
राम, सियाराम, सियाराम
राम, सियाराम, सियाराम, सियाराम
राम, सियाराम, सियाराम
पता नहीं किस रूप में आकर नारायण मिल जाएगा
पता नहीं किस रूप में आकर नारायण मिल जाएगा
निर्मल मन के दर्पण में वह राम के दर्शन पाएगा
राम के दर्शन पाएगा
पता नहीं किस रूप में आकर नारायण मिल जाएगा
निर्मल मन के दर्पण में वह राम के दर्शन पाएगा
राम के दर्शन पाएगा
राम, सियाराम, सियाराम, सियाराम
राम, सियाराम, सियाराम
राम, सियाराम, सियाराम, सियाराम
राम, सियाराम, सियाराम
नर शरीर अनमोल रे प्राणी प्रभु कृपा से पाया है
झूठे जग प्रपंच में पड़कर क्यों प्रभु को बिसराया है?
नर शरीर अनमोल रे प्राणी प्रभु कृपा से पाया है
झूठे जग प्रपंच में पड़कर क्यों प्रभु को बिसराया है?
समय हाथ से निकल गया तो
समय हाथ से निकल गया तो श्री धुन-धुन पछताएगा
निर्मल मन के दर्पण में वह राम के दर्शन पाएगा
पता नहीं किस रूप में आकर नारायण मिल जाएगा
निर्मल मन के दर्पण में वह राम के दर्शन पाएगा
राम के दर्शन पाएगा
दौलत का अभिमान है झूठा, यह तो आनी-जानी है
राजा-रंक अनेक हुए कितनों की सुनी कहानी है?
दौलत का अभिमान है झूठा, यह तो आनी-जानी है
राजा-रंक अनेक हुए कितनों की सुनी कहानी है?
राम नाम, प्रिय, महामंत्र ही
हो, राम नाम, प्रिय, महामंत्र ही साथ तुम्हारे जाएगा
निर्मल मन के दर्पण में वह राम के दर्शन पाएगा
पता नहीं किस रूप में आकर नारायण मिल जाएगा
निर्मल मन के दर्पण में वह राम के दर्शन पाएगा
राम के दर्शन पाएगा
झूठ, कपट, निंदा को त्यागो, हर प्राणी से प्यार करो
घर पे आए अतिथि कोई तो यथाशक्ति सत्कार करो
हाँ, झूठ, कपट, निंदा को त्यागो, हर प्राणी से प्यार करो
घर पे आए अतिथि कोई तो यथाशक्ति सत्कार करो
पता नहीं किस रूप में आकर
पता नहीं किस रूप में आकर नारायण मिल जाएगा
निर्मल मन के दर्पण में वह राम के दर्शन पाएगा
राम के दर्शन पाएगा
Pata Nahi Kis Roop Me Aakar Narayan Mil Jayega Video
Pata Nahi Kis Roop Me Aakar Narayan Mil Jayega Lyrics के साथ हमारी यात्रा यहां समाप्त नहीं होती, बल्कि एक नई शुरुआत होती है। अब हम जानते हैं कि ईश्वर के दर्शन के लिए तैयार रहना है। वे किसी भी रूप में, कभी भी आ सकते हैं। यह भजन हमारे जीवन का मार्गदर्शक बन जाता है, जो हमें हर पल सजग और तत्पर रहने की प्रेरणा देता है।
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